सूर्य शनि की युति बनने से शनिदेव होंगे अस्त (सभी राशियां होगी प्रभावित)

 शनिदेव 35 दिन के लिए होंगे अस्त, 12 राशियों पर ही पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव -:

नमस्कार मित्रों ।
आज की चर्चा बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज हम चर्चा करेंगे शनिदेव और सूर्य की युति के विषय में, जैसा कि कुछ समय पहले अर्थात 17 जनवरी 2023 से शनिदेव का गोचर अपनी मूलत्रकोण की कुंभ राशि में हुआ है। शनि देव कुंभ राशि में अपने आप को काफी कंफर्टेबल महसूस करते हैं। 30 वर्षों में वह अपनी मूलत्रिकोण की राशि में आते हैं। क्योंकि शनिदेव एक राशि में 30 डिग्री चलने में ढाई साल का समय लेते हैं। अतः 17 जनवरी से कुंभ राशि में इनका जो गोचर बना वह काफी पॉजिटिव है। किंतु 17 जनवरी 2023 से आने वाले नेस्ट 35 दिन के लिए शनि देव प्रॉब्लम में आने वाले हैं। क्योंकि 30 जनवरी 20 23 से सूर्य देव मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और वहां शनिदेव के साथ ही यूति बनाकर  बैठेंगे। पिता पुत्र का यह संयोग बनेगा। किंतु जिस प्रकार सामाजिक व्यवस्था में हम देखते हैं कि पिता के सामने पुत्र अपने आप को असहज महसूस करता है वज्ञ अपने भाव को खुलकर प्रकट नहीं कर पाता है। वह अपने आप को बहुत ही बंधा हुआ सा महसूस करता है। अतः शनिदेव अपने प्रभाव में कमी लाते हैं। यह तो सामाजिक लॉजिक से हमने जाना किंतु वैज्ञानिक प्रमाण यह है जैसा कि हम जानते हैं कि सूर्य जिस प्लेनेट के साथ बहुत नजदीक होता है तो उस प्लेनेट को अस्त कर देता है। इस प्रकार यहां शनिदव के साथ सूर्यआ जाने से सूर्य देव अपनी किरणों से शनि देव को अस्त करेंगे। और जब कोई ग्रहसूर्य से अस्त होता है तो वह अपना प्रभाव खो देता है। अतः यहां सूर्य देव शनि देव को अस्त कर देंगे। इस कारण शनिदेव की किरणें भूमंडल पर पर्याप्त रूप से नहीं प्राप्त हो पाती है। इस कारण सभी 12 राशियों के जातकों पर अलग-अलग प्रभाव शनिदेव का यहां पड़ेगा। 

आइए जानते हैं 12 राशियों पर  शनि देव के अस्त होने का क्या प्रभाव रहेगा ? ---


मेष राशि -:
मेष राशि के जातकों के लिए शनि देव दशम व एकादश भाव के स्वामी होते हैं। और वो यहां पर अरनिंग भाव अर्थात लक्ष्मी भाव में जाकर अस्त हो रहे हैं। अतः इन दिनों में आपका राजकीय मान सम्मान प्रमोशंस वआपके लाभ प्राप्ति के स्रोतों में कमी बनेगी। अर्थात व्यवसाय क्षेत्र में प्रॉब्लम आ सकता है साथ ही आपके कार्यक्षेत्र पर आपका मान सम्मान प्रभावित हो सकता है। अतः शनि देव को पॉजिटिव करने के लिए नीलम धारण कर सकते हैं शनिदेव के बीज मंत्र का जप कर सकते हैं । शनि देव किस प्रभाव से  आप बच सकते हैं।

वृषभ राशि -:
वर्षभ राशि के जातकों के लिए शनि देव भाग्य भाव के स्वामी व दशम भाव के स्वामी होते हैं। अतः दशम भाव में जाकर अस्त हो रहे हैं। अतः इस समय जातक का भाग्य मंद रहेगा तथा प्रोफेशनल जोब व कार्य क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अतः इन दिनों में बहुत ही सावधानी से अपना समय व्यतीत करें सरकारी कर्मचारी किसी भी प्रकार की अनैतिक चेष्टा ना करें अन्यथा कुछ अहित हो सकता है।

मिथुन राशि -:
के जात को लिए शनि देव अष्टम भाव और नवम भाव के स्वामी होते हैं। और भाग्य भाव में जाकर अस्त हो रहे हैं। अतः स्वास्थ्य संबंधी पीड़ा बन सकती है। आप का मान सम्मान प्रभावित होगा और पिता से मतभेद बढ़ सकते हैं स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शनिदेव को पॉजिटिव करने के लिए बीज मंत्र का जाप करें सूर्य भगवान को अर्घ्य चढ़ावे कुल मिलाकर के सूर्य देव को एक्टिव व शनि देव को पॉजिटिव करके रखना है।


कर्क राशि -:
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि देव सप्तम भाव व अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और अष्टम भाव में सूर्य अस्त बन रहे हैं।
 दांपत्य जीवन में कलह अशांति की स्थिति बनेगी। यदि पति पत्नी के बीच में कोर्ट कचहरी चल रही है तो तलाक के योग बनते हैं। partner.vk जॉब में पार्टनरो के बीच में मतभेद हो सकता है। और स्वास्थ्य के पूर्ण रूप का पूरा पूरा ध्यान रखें लंबी बीमारियां से परेशानी आ सकती है। शनि देव के बीज मंत्र का जाप करें 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।


सिंह राशि -;
सिंह राशि के जातकों के लिए शनि देव षष्ठम भाव व सप्तम भाव के स्वामी होते हैं। अतः  रोग दुर्घटना शत्रुता में वृद्धि होगी पति पत्नी के बीच में तलाक की स्थिति आ सकते हैं यदि आपके बीच में मतभेद चल रहे हैं तो सामंजस्य बना करके रखें। दूसरे से कर लेने से बचें तथा अपने विरोधियों से पंगा ना ले।


कन्या राशि -:


कन्या राशि के लिए शनिदेव पंचम भाव व षष्ठम हाउस के लोड होते हैं और षष्ठम भाव में अस्त हो रहें हैं। रिलेशनशिप में जो जातक जातिका है उनके प्रेम में मतभेद व ब्रेकअप की स्थिति बनेगी। आपको रोग दुर्घटना शत्रुता इत्यादि से बचकर के रहना होगा। गर्भवती महिलाओं को अपने गर्भस्थ शिशु का ध्यान रखना होगाऔर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें डॉक्टरी चिकित्सा समय से लेते रहे।




तुला राशि -:
के जातकों के लिए शनि देव चतुर्थ व पंचम भाव के स्वामी होते हैं। अतः इन35 दिनों में तुला राशि के जातकों को बड़े निवेश से बचना चाहिए। भवन वाहन प्रॉपर्टी जायदाद के कामों में विलंब ता बनेगी तथा रिलेशनशिप  मे ब्रेकअप की स्थितियां बन सकती है। गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख रह होगा।


वृश्चिक राशि -:
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि देव तृतीय व चतुर्थ हाउस के स्वामी होते हैं और चतुर्थ हाउस में अस्त हो रहे हैं। अतः इस समय भवन वाहन प्रॉपर्टी जायदाद के मामलों में नुकसान हो सकता है अथवा प्रॉपर्टी से जुड़े हुए कार्यों को फिलहाल इन 30 दिनों में नहीं करना चाहिए। आपको बहुत अधिक मेहनत के बावजूद भी उसके अनुपात में लाभ मिलना पॉसिबल नहीं होगा माता के स्वास्थ्य में कुछ परेशानियां आ सकती है।

धनु राशि -:
धनु राशि के जातकों की पत्रिका में शनि देव द्वितीय व तृतीय हाउस के स्वामी होते हैं। अतः आप की फिक्स डिपाजिट में नुकसान हो सकता है। आप अपने कुटुंब परिवारों के सदस्यों के साथ अच्छा सम्बन्ध  बना कर रहें। साथ ही साथ आपको बहुत अधिक मेहनत करना पड़ेगा।
 छोटे भाइयों के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं।


मकर राशि -:
मकर राशि के जातकों के लिए शनि देव लग्न व दूसरी भाव के स्वामी होते हैं। आपका चरित्र भ्रष्ट हो सकता है। आपको बदनामी का सामना करना पड़ सकता है। आलसी प्रकृति आप हो सकती है। दूसरा नेत्र संबंधी पीड़ा व अपनी वाणी के द्वारा कुछ कटु वाणी बोलने से किसी के साथ आपका बड़ा विवाद बन सकता है। अतः वाणी पर कंट्रोल रखें।


कुंभ राशि -:
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि देव द्वादश भाव और लग्न भाव के स्वामी होते हैं। और 30 जनवरी को वो लग्न में अस्त हो रहे हैं। अतः आपका व्यक्तित्व निखार में कमी आएगी। आप की सामाजिक प्रतिष्ठा पर आंच आ सकती हैं। साथ ही साथ आपके कोर्ट कचहरी के खर्चे बढ़ सकते हैं। सर्टेनली आपका इन्वेस्ट बढेगा। अतः शनि देव को पॉजिटिव करने के लिए उचित उपाय आपको करनी चाहिए।


मीन राशि -:
मीन राशि के जातकों के लिए शनि देव एकादश व द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। अतः आप की अरनिंग पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।  कोर्ट कचहरी पैसे इन्वेस्ट होंगे। अस्पताल की भागदौड़ बनी रह सकती है। किसी बड़े इन्वेस्ट से बचें।




तो इस प्रकार से शनिदेव के अस्त होने से सभी राशि के जातकों के लिए अलग-अलग फल देखे गए हैं। अभी यदि अपनी पत्रिका दिखाना चाहते हैं तो प्लीज आप निम्न व्हाट्सएप नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मो.9414657245



एस्ट्रो आचार्य केके शास्त्री
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