Promotion yog -: ऊआज की चर्चा में हम हमारे जीवन में होने वाली पदोन्नति प्रमोशन जो के विषय में करने जा रहे होते हैं। जन्म कुंडली में ऐसे योग की चर्चा की जाती है। जिनके बनने पर व्यक्ति अपने जीवन में अनायास प्रमोशन पता है। जन्म कुंडली में प्रमोशन योग देखने के ल…
Read moreदशमांश कुंडली से जाने आपना कैरियर कार्यक्षेत्र -: जैसा कि हम जानते हैं कि जन्म कुंडली के माध्यम से हम हमारी करियर कार्यक्षेत्र को जानने के लिए कुंडली का दशम भाव को रीड करते हैं। हम जैसा की कार्य क्षेत्र से सीधा-सीधा मतलब आजकल हम हमारे करियर से लेते हैं। करियर…
Read moreराष्ट्रपति योग -: यदि किसी जातक की कुंडली में नवम स्थान में सूर्य तथा बृहस्पति एवं दशम भाव में मंगल और बुध ग्रह हो तो राष्ट्रपति योग का निर्माण होता है। राष्ट्रपति योग एक उच्च कोटि का योग माना जाता है। जिस जातक की जन्म कुंडली में यह योग होता है। वह राज्य के …
Read moreआपको कितनी संतान होगी, संतान का सुख कैसा रहेगा, संतान विषयक संपूर्ण सूक्ष्म विश्लेषण कैसे करें ? आज की परिचर्चा में हम एक महत्वपूर्ण विषय को लेकर के उपस्थित हैं। आज हम संतान संबंधी आवश्यक प्रश्नों को सूक्ष्मता से समझने का प्रयास करेंगे। आज हम जाने की कोशिश क…
Read moreजन्म कुंडली विश्लेषण में भाव विचार करना -: जातक जातिक की जन्म कुंडली का विश्लेषण करने से पहले हमें यह देखना होता है कि जातक किस सेक्टर के विषय में जानना चाहता है। और जातक का प्रश्न जिस सेक्टर या जिस भाव के अकॉर्डिंग होता है। उसी का विश्लेषण हमें करना होता ह…
Read moreछठे भाव का सबसे महत्वपूर्ण योग अस्त्र योग जातक को दिलाता है जीवन में बहुत अधिक कामयाबी -: नमस्कार मित्रों आज हम एक ऐसी विशिष्ट योग के बारे में जानकारी प्राप्त करने जा रहे हैं जो कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक क्षेत्र में जातक को बहुत अधिक कामयाबी की बुलंदियों क…
Read moreबुध गुरु शुक्र शनि ग्रहो से रोग विचार -- आज की चर्चा में हम पूर्व चर्चा को आगे बढ़ते हुए बुध गुरु शुक्र शनि ग्रहों के पीड़ित होने से होने वाले रोग विचार पर जानकारी प्राप्त करेंगे। हम जानेंगे की बुध गुरु शुक्र शनि किस प्रकार के रोगों के कारक होते हैं। सबसे प…
Read moreसूर्य चंद्र मंगल ग्रहों से रोग का विचार करना -: आज की चर्चा में हम जन्म पत्रिका के माध्यम से रोग का विचार कैसे किया जाता है। इस विषय को लेकर के चर्चा करने जा रहे हैं। जन्मपत्रिका में पैसे रोग का विचार मुख्य रूप से 6 ,8 और 12 भाव से देखा जाता है। इसी प्रकार ज…
Read moreउन्माद ( पागल) योग -: १,यदि लग्न में सूर्य हो सप्तम भाव में मंगल हो तो मनुष्य उन्माद पागल प्रकृति का होता है। २, लग्न या त्रिकोण में सूर्य और चंद्रमा हो गुरु तीसरे भाव में या केंद्र में हो धनु राशि का लग्न हो तो जातक निश्चय पागल होता है। ३, बुध और चंद्रमा के…
Read moreस्त्री जन्म कुंडली से जाने संतान गर्भधारण का सही समय -: नमस्कार मित्रों ! आज की चर्चा में हम जानेंगे कि स्त्री जन्म कुंडली के द्वारा संतान कंसीव का कैसे हम सतीक पूर्व अनुमान लगा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे सूत्र होते हैं। जिनको जब हम स्त्री…
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