मंगल का 12 राशियों में गोचर फल -:
आज के चर्चा में हम मंगल देव के गोचर फल के विषय अंतर्गत जानेंगे कि मंगल अलग-अलग राशि में जब गोचर करते हैं। जन्म कालीन राशि के अनुसार तो कैसा फल देते हैं आज की चर्चा को प्रारंभ करते हैं।
१, मंगल मेष राशि में जब गोचर करते हैं तो जातक को अंदर ही अंदर कुछ विशेष शोकाकुल कुटुंब परिवार में कुछ शोक जैसी स्थिति या रक्त संबंधी बीमारियां प्रदान करने हैं। ताप जैसी बीमारियां प्रदान करते हैं।
२, वर्षभ राशि में मंगल का गोचर जातक को भर धन हानि वाणी में कटुता देता है। इसके चलते जातक को धन की हानि व वाणी के द्वारा किसी से झगड़ा फसाद की स्थिति ज्यादा बनती है।
३, मिथुन राशि में मंगल जातक को जय पराक्रम व धन प्राप्ति कराते हैं।
४, कर्क राशि में मंगल देव का गोचर स्थान परिवर्तन तथा बंधुओं मित्रों से दुख प्रदान करता है।
५, सिंह राशि में मंगल बिना कारण के क्लेश संतति को लेकर के क्लेश प्रेम रिलेशनशिप में ब्रेकअप जैसी स्थितियां बनाता है। मन में कुछ विशेष प्रकार का उदासीन ता बनाता है।
६, कन्या राशि में मंगल जातक को रोगों से निवृत्ति शत्रु पर विजय कर्ज कोर्ट कचहरी में विजय दिलाता है। सभी प्रकार से छठी भाव में मंगल जातक को सफलता देता है।
७, तुला राशि दांपत्य जीवन में कलह अशांति पार्टनरशिप में धोखा व पार्टनरशिप को तोड़ने जैसी स्थिति बनाता है।
८, वर्षिक राशि में मंगल रोग घाव रक्त संबंधी बीमारियां धननाश व अदृश्य रक्त संबंधी बीमारियां प्रदान करता है।
९, धनु राशि में मंगल देव पिता से मतभेद धर्म कार्य में उग्रता प्रदान करता है। जातक को अपयश प्रदान करता है।
१०, कार्य क्षेत्र में रुकावट अनैतिक कार्य भ्रष्टाचार संयुक्त कार्य करवाता है।
११, द्रव्य लाभ धन प्राप्ति में शुभ फल देता है साथ ही भवन प्रॉपर्टी में लाभ देता है।
१२, कोर्ट कचहरी से संबंधित परेशानियां अस्पताल के खर्चे बड़ाता है।
एस्ट्रो आचार्य केके शास्त्री
9414657245
0 Comments