किस सेक्टर में बनेगा आपका कैरियर

 किस क्षेत्र में कैरियर बनेगा आपका? बताएगी आपकी जन्म पत्रिका?


जिस प्रकार से एक साधारण व्यक्ति पत्थर को देखकर के कोई भी अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। उसकी दृष्टि में एक पत्थर होता है किंतु जब उसी पत्थर को कोई मूर्तिकार दूर से भी देख लेता है तो उसकी संभावनाओं को बता सकता है। वह समझ जाता है इस पत्थर से एक अच्छी मूर्ति बनाई जा सकती है।

उसी प्रकार से कुंडली देख करके एक सफल ज्योतिषी आपके बारे में बता सकता है कि आपका किस क्षेत्र में कैरियर बनेगा तो आइए आज इसी विषय को लेकर के चर्चा को आगे बढ़ाते हैं।

१,सूर्य और मंगल सोच और साहस के कारक होते हैं। सूर्य को आत्मा माना गया है और शोध कार्य अवष्कार रिचर्स
 से संबंधित कार्य सूर्य और मंगल के अधीन आते हैं।

२जब शरीरके सूक्ष्म अंगों के बारे में बात करते हैं तो शुक्र का रोल ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि मेडिकल एस्ट्रोलॉजी में शुक्र तंत्रिका तंत्र विज्ञान के कारक होते हैं। यानी शुक्र को न्यूरोलॉजी गुप्त रोग का ज्ञान देने वाला माना गया है। 

३, सजीव में शुक्र,का रोल अधिक रहता है और निर्जीव में सूर्य का रोल अधिक रहता है।

 ४यदि शुक्र और सूर्य आपकी कुंडली में एक साथ है और 10 अंश की दूरी पर है तो यह मानकर चलें कि इनका फल आपके ऊपर अधिक रहेगा।तीसरे भाव पांचवें भाव दशम भाव और एकादश भाव में स्थिति आपको कुशल वैज्ञानिक डॉक्टर संगीतज्ञ फैशन डिजाइनर हॉट अथवा न्यूरो सर्जन बना सकती है। इन दोनों की शाा हो स्त्री रोग विशेषज्ञ बना सकते हैंं। साथ ही ललित कला और फिल्म उद्योग में संगीतकार आदि बन सकते हैं।


५, जब सूर्य के साथ मंगल मिले तो पुलिस सेना इंजीनियर अग्निशमन विभाग कृषि कार्य जमीन जायदाद ठेकेदारी सर्जरी खेल राजनीति तथा अन्य प्रबंधन कार्य के चित्र में अपना भाग्य आजमा सकते हैं।


६, यह इनकी युति पराक्रम भाव में दशम अथवा एकादश भाव में आईआईटी वैज्ञानिक बनने के साथ-साथ अच्छे खिलाड़ी और प्रशासक बनना लगभग सुनिश्चित कर देती है अधिकतर वैज्ञानिक खिलाड़ियों और प्रभावशाली व्यक्तियों की कुंडली में देखी जाती है।


७,यदि कुंडली में मंगल सूर्य 3 रे10 वे 11वे भाव में हो तो साथ बुध भी जुड़ जाए तो एजुकेशन बैंक बीमा क्षेत्र में शिक्षा देते हैं।

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एस्ट्रोलॉजर आचार्य केके शास्त्री 


9414 657246





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