कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण होने जा रहा है जानते कैसा रहेगा इसका प्रभाव?
नमस्कार साथियों!
जैसा कि हम जानते हैं किस चंद्र ग्रहण सूर्य ग्रहण जैसी घटनाएं खगोलीय घटनाएं होती है। अंतरिक्ष में 9 ग्रह होते हैं और यह सभी ग्रह सामान्यतः सूर्य के चक्कर काटते रहते हैं। उनमें से पृथ्वी भी एक उपग्रह है जो सूर्य के चारों ओर अपने अक्ष पर घूमती चक्र करती है तथा पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा होता है जो पृथ्वी के चक्कर लगाता है। सूर्य के प्रकाश से ही चंद्रमा चमकता है किंतु कई बार ऐसी स्थिति आती है जब सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी आपस में एक किस विशेष कंडीशन में एक दूसरे के सीध में आ जाते हैं। जिस से सूर्य की जो रश्मि होती है वह चंद्रमा के ऊपर नहीं पड़ती है तो चंद्रमा का प्रकाश कम हो जाता है।ये आनसिक व दीर्घ भी हो सकता है या कहीं बार चंद्रमा पूर्ण रूप से काला जाता है क्योंकि पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। ऐसी घटना को चंद्रग्रहण की घटना कहा जाता है और यह घटनाएं सामान्यतः पूर्णिमा के दिन ही अधिकांश होती है।
इस प्रकार साथियों!
8 नवंबर 2022 अर्थात कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को पूर्ण चंद्र ग्रहण होने जा रहा है। हमने अभी जाना था कि चंद्रग्रहण पूर्ण व आंशिक भी होता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण वह होता है जब सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी एक सिध में आते है और पृथ्वी सूर्य के पूरे प्रकाश को ढख लेती है तथा सूर्य का प्रकाश चंद्रमा के ऊपर नहीं पड पाता है और चंद्रमा पूर्ण रूप से काला दिखाई पड़ता है यह पूर्ण चंद्रग्रहण होता है और ये गति करते हुए फिर आगे निकलते हैं तो पुनः चंद्रमा चमकने लगता है। इसे ही पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जाता है और यदि कहीं बाहर चन्द्रमा पूरा नहीं ढक पाता है तब आंशिक चंद्रग्रहण माना जाता है।
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