2023 में गुरु का शुभाशुभ फल

 2023 में गुरु का शुभाशुभ फल विचार -;

नमस्कार मित्रों!
आज हम संवत 2080 सन 2023 में गुरु बृहस्पति की स्थिति की चर्चा करने जा रहे हैं जैसा कि हम जानते हैं कि बृहस्पति एक राशि में लगभग 13 महीने गोचर करते हैं। और 13 महीने जब एक राशि में रहते हैं तो वहां से वह अलग-अलग राशियों पर अपना अलग-अलग शुभाशुभ प्रभाव डालते हैं तो आज इसी विषय को लेकर चर्चा करते हैं जानते हैं बृहस्पति 2023 में जब मेष राशि में गोचर करेंगे तो कैसा फल रहेगा।
संवत 2080 सन 2023 केवर्षाम्भ में गुरु मार्गी हैं तथा मीन राशि में भ्रमण कर रहा है। 22 अप्रैल 2023 को मेष राशि में प्रवेश करेगा। 4 सितंबर सन 2023 को वक्री होगा तथा 31 दिसंबर सन 2023 को फिर से मार्गी होगा। इस प्रकार 119 दिन गुरु वक्री रहेंगे। इसी प्रकार से गुरु 2 अप्रैल 2023 को पश्चिम में अस्त होकर 30 अप्रैल 2023 को पूर्व में उदय होंगे।



मेष राशिस्थ द्वादश राशियों पर 2023 में गुरु का फल विचार -;


मेष राशि -:
मेष राशि वालों को मेष का गुरु अशुभ प्रभाव दिखलाता है
संघर्ष के बाद भी अपेक्षित सफलता से वंचित रहना पड़ सकता है। कार्यों में अवरोध उत्पन्न होता है। संतान के लिए कष्टकारी होता है। धन प्राप्ति व कार्य व्यवसाय में अवरोध प्रदान करता है। महत्वपूर्ण योजनाओं में प्रगति अवश्य देगा।

वृषभ राशि -:
वृषभ राशि को द्वादश गुरु पूजा होता है। आर्थिक पक्ष की मजबूती एवं व्यवसायिक क्षेत्र में सफलता प्रदान करने वाला होगा। सामाजिक क्षेत्र में मान सम्मान देने वाला होगा। पारिवारिक शांति मानसिक प्रसन्नता बनी रहेगी। आर्थिक लाभ व राज्य कार्यों में प्रगति प्राप्ति में सहायक होगा तथा लंबी चल रही समस्याओं का समाधान होगा।

मिथुन राशि -;
मिथुन राशि में एकादश स्थान पर भ्रमण करने से मिथुन राशि वालों को गुरु अच्छा फलदायक सिद्ध होगा। आर्थिक पक्ष की मजबूती के साथ ही कार्य में सफलता देने वाला होता है। सामाजिक क्षेत्र में अनुकूल स्थिति देने वाला होगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। रोग ऋण शत्रु पर विजय राजकीय सहयोग आर्थिक लाभ होगा सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। पारिवारिक सहयोग व कार्य क्षेत्र में आपका मान सम्मान बढ़ेगा।


कर्क राशि -:
कर्क राशि वालों के लिए गुरु दशम भाव में गोचर करेंगे। अतः आर्थिक क्षेत्र में मजबूती बढ़ेगी। राजकीय पक्ष में सफलता व महत्वपूर्ण योजनाओं में प्रगति होगी। धन लाभ आर्थिक लाभ के कार्य में सुधार होगा। स्वास्थ्य के प्रति थोड़ा सावधानी बरतनी होगी। वाणी पर संयम व व्यर्थ के जोखिम भरे कार्यों से सावधान रहना होगा। धन का अधिक नुकसान भी करेगा।।


सिंह राशि -:
सिंह राशि से नवम भाव में गुरु शुभ कार्य होता है। अतः आर्थिक पक्ष की मजबूती के साथ ही कार्य में सफलता प्रदान करेगा। गुरु आपकी सामाजिक क्षेत्र में मान सम्मान बढ़ेगा। मानसिक तनाव की संभावना भी बनती है। रोग ऋण शत्रु पर विजय राजकीय सहयोग एवं आर्थिक लाभ प्राप्ति कराएगा राजकीय कार्यों में रुचि बढ़ेगी। पारिवारिक सहयोग व्यवसाय क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। पिता से  अच्छे संबंध बनेगा।

कन्या राशि -;
कन्या राशि वालों के लिए अष्टम भाव में गुरु का गोचर प्रतिकूल प्रभाव देने वाला होता है। संघर्ष के बाद भी अच्छी सफलता नहीं मिल पाएगी। सामाजिक कार्यों में अवरोध उत्पन्न हो सकते हैं। संतान के लिए कष्टकारी रहता है तथा धन प्राप्ति एवं कार्य व्यवसाय में अवरोध बना रहेगा। राज्य के पक्ष में सफलता एवं महत्वपूर्ण योजना में जरूर प्रगति होगी।


तुला राशि -:
तुला राशि वालों को सप्तम गुरु शुभ होता है। आर्थिक व्यवसाय क्षेत्र में मजबूती बढ़ेगी। राजकीय पक्ष में सफलता प्राप्ति के अच्छे अवसर बनेंगे। धन लाभ आर्थिक सामाजिक कार्य में सुधार होगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतें। वाणी पर संयम रखना होगा। रचनात्मक कार्य में धन का अधिक व्यय होगा।


वृश्चिक राशि -;
वर्षिक राशि वालों को अष्टम भाव में स्थित गुरु मिश्रित प्रभाव देने वाला होता है। सुख सौभाग्य की वर्दी करेगा। आर्थिक व्यवसाय क्षेत्र मिलाजुला प्रभाव देगा। राज्य  व्यवसाय में सहयोग प्रदान तो करेगा किंतु कुछ प्रॉब्लम भी बनाएगा। आर्थिक लाभ पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कुल मिलाकर  मिलाजुला प्रभाव वर्षिक राशि में गुरु देंगे।

धनु राशि -;
धनु राशि वालों को पंचम गुरु शुभ है। यह संतान पक्ष के लिए शुभ फलदायक है। राज्य के पक्ष में सफलता महत्वपूर्ण योजनाओं में प्रगति देगा। आर्थिक सामाजिक कार्य में सुधार होगा। संतान रहित माता बहनों को संतान प्राप्ति के अच्छे योग बनाएगा।


मकर राशि -:
मकर राशि वालों के लिए गुरु चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे जो कि अशुभ होता है। अत्यधिक श्रम करने पर सफलता प्राप्त होगी। आर्थिक व्यवसाय क्षेत्र में मिलाजुला प्रभाव दिखेगा। शारीरिक मानसिक तनाव पारिवारिक सुख शांति में कमी रहेगी। सद कर्मों में रुचि बढ़ेगी। नवीन उद्योगों में निवेश के लिए आकर्षण बढ़ेगा।

कुंभ राशि -;
कुंभ राशि से तीसरा गुरु पूजनीय होता है। व्यवसायिक सफलता के लिए प्रयत्नशील रहना पड़ेगा। यह गुरु सामाजिक क्षेत्र में आपको अनुकूल स्थिति देने वाला होगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना चाहिए क्योंकि भागदौड़ बढ़ेगी मानसिक,तनाव रहेगा।

मीन राशि -:

 सामाजिक कार्य में रुचि बढ़ेगी। पारिवारिक सहयोग एवं व्यवसाय क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। राज्य कार्यों में मजबूती बढ़ेगी। राजकीय पक्ष में सफलता एवं आर्थिक सुधारों का योग बनेगा। कुछ खर्चों में बढ़ोतरी होगी।



एस्ट्रोलॉजर आचार्य केके शास्त्री

 वैदिक ज्योतिष शोध संस्थान 

चौथ का बरवाड़ा सवाई माधोपुर
 राजस्थान 94146572 45



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