संतान प्राप्ति से संबंधित ज्योतिषीय उपायों और परामर्श के लिए, ज्योतिषी आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करते हैं---
कुंडली का विश्लेषण-
जन्म कुंडली में पंचम भाव, सप्तम भाव और नवम भाव का विशेष रूप से विश्लेषण किया जाता है। ये भाव संतान, वैवाहिक जीवन और भाग्य से संबंधित होते हैं।
ग्रहों की स्थिति -:
बृहस्पति, शुक्र और चंद्रमा की स्थिति और उनकी दशा-अंतर्दशा का अध्ययन किया जाता है क्योंकि ये ग्रह संतान प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उपाय-
ग्रहों की अशुभ स्थिति को सुधारने के लिए कुछ उपाय सुझाए जा सकते हैं जैसे कि रत्न धारण करना, विशेष मंत्रों का जाप, या पूजा-पाठ करना।
यंत्र और ताबीज -
-कुछ ज्योतिषी संतान प्राप्ति के लिए विशेष यंत्र या ताबीज भी सुझाते हैं।
फेंग शुई और वास्तु -
घर में संतान के लिए अनुकूलता बनाने के लिए फेंग शुई और वास्तु के उपाय भी सुझाए जा सकते हैं।
इन सभी उपायों और परामर्श के लिए आपको किसी अनुभवी और प्रमाणित ज्योतिषी से संपर्क करना चाहिए।
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