21 जनवरी 2025से मिथुन राशि में वक्री होना -:
मंगल ग्रह 21 जनवरी 2025 को वक्री होकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। मंगल का वक्री होना और मिथुन राशि में गोचर करना सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा। आइए जानते हैं प्रत्येक राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा/
1. मेष राशि
मेष राशि के स्वामी स्वयं मंगल हैं। वक्री मंगल तीसरे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
- छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्तों में मधुरता रहेगी।
- यात्रा के योग बन सकते हैं, लेकिन सावधानी बरतें।
- वाणी पर संयम रखें, वरना विवाद हो सकता है।
2. वृषभ राशि
मंगल दूसरे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ेगा। धन संचय के लिए मेहनत करनी होगी।
- परिवार में वाद-विवाद हो सकता है।
- वाणी पर संयम रखें और खाने-पीने में सावधानी बरतें।
3. मिथुन राशि
मंगल आपकी राशि में वक्री रहेंगे।
प्रभाव:
- मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- क्रोध और आक्रामकता में वृद्धि होगी।
- स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
- आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन जल्दबाजी से बचें।
4. कर्क राशि
मंगल बारहवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- अनावश्यक खर्चों में वृद्धि होगी।
- विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
- स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है, विशेषकर नींद संबंधी समस्याएं।
- शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, सतर्क रहें।
5. सिंह राशि
मंगल ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- आर्थिक लाभ के योग बनेंगे।
- मित्रों और समाज में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
- पुराने निवेश से लाभ होगा।
- स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
6. कन्या राशि
मंगल दसवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग बनेंगे।
- बॉस और सहकर्मियों से संबंध मधुर रखें।
- नई योजनाओं में सफलता मिलेगी।
- माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
7. तुला राशि
मंगल नवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- भाग्य का साथ मिलेगा।
- धर्म-कर्म और आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी।
- पिता के साथ संबंध मधुर होंगे।
- यात्राओं से लाभ होगा।
8. वृश्चिक राशि
मंगल आठवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- अचानक धन लाभ या हानि के योग हैं।
- शोध और गहराई से जुड़ा काम करने वालों के लिए समय अच्छा रहेगा।
9. धनु राशि
मंगल सप्तम भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- दांपत्य जीवन में तनाव हो सकता है।
- व्यापार में साझेदारी करने से पहले सोच-समझ लें।
- साझेदारों के साथ संबंधों में सुधार करें।
- क्रोध पर नियंत्रण रखें।
10. मकर राशि
मंगल छठे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- शत्रुओं पर विजय मिलेगी।
- स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
- कार्यक्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, लेकिन आप सफल होंगे।
- ऋण संबंधित मामलों में राहत मिल सकती है।
11. कुंभ राशि
मंगल पांचवें भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- संतान से जुड़े मामलों में सावधानी रखें।
- प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
- शिक्षा में बाधा हो सकती है।
- क्रिएटिव कामों में सफलता मिलेगी।
12. मीन राशि
मंगल चौथे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव:
- परिवार में तनाव हो सकता है।
- वाहन चलाने में सावधानी बरतें।
- मां के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
- संपत्ति से जुड़े मामलों में लाभ हो सकता है।
सुझाव:
- वक्री मंगल के प्रभाव को कम करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करें: "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः"
- तांबा, मसूर दाल और गुड़ का दान करें।
- ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाएं।
यह गोचर हर व्यक्ति की कुंडली पर निर्भर करेगा, इसलिए विस्तृत फलादेश के लिए व्यक्तिगत कुंडली का विश्लेषण करना आवश्यक है।
Aacharya KK Shastri
9414657245
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