ग्रह और कैरियर |
प्रोफेशनल कार्य निर्धारण में ग्रहों की भूमिका -:
जन्म कुंडली में व्यवसाय या प्रोफेशनल जॉब का चयन मुख्य रूप से दशम भाव से किया जाता है। और जिस ग्रह का संबंध दशम भाव से बनता है अर्थात दशमेश जो ग्रह बनता है। उसी से जातक के प्रोफेशनल जांब व्यवसाय का निर्धारण किया जाता है। अतः हम संबंधित ग्रह के स्वभाव के अनुसार आधुनिक परिवेश में अपने व्यवसाय में जॉब का निर्धारण इस प्रकार कर सकते हैं। जिसमें हमें तत्सम्बन्धी ग्रह का पूर्ण सपोर्ट प्राप्त होता है।
सूर्य-:
चंद्रदेव -:
सुलेखन, अभिनय, अभिनेता, कवि साहित्यकार, फिल्म निर्माण टीवी सीरियल्स कार्य, अनुसंधान, सिंचाई विभाग कार्य, कृषि कार्य, मछली उद्योग, जोहरी, जलतरण कार्य, रसायन, मादक पदार्थ, शराब उद्योग, शरबत, दूध, दही, डीजल, पेट्रोल , होटल रेस्टोरेंट, नित्य उद्योग, खाद्य पदार्थ संबंधी कार्य, मिष्ठान कार्य, स्त्री उपयोगी सामान निर्माण, पशुपालन, डेयरी कार्य, वनस्पति शास्त्र पदार्थ, मौसम विज्ञान, नर्स कंपाउंडर, कागज, शक्कर , मोती, चांदी से निर्मित पदार्थ के व्यापार में सफलता प्रदान करते हैं।
मंगल देव -:
आलोचक, पत्रकार, संवाददाता, लेखक, डॉक्टर, सर्जरी चिकित्सक, कोषाधिकारी, मिलेक्ट्री सर्विसेज, जादूगर, पुलिस अधिकारी, दार्शनिक, पत्रकार, फोटोग्राफी, बेकरी, अग्निकारी कारक बिजली वस्तु क्रय विक्रयति, भूगर्भ कार्य, भूमि भवन निर्माण, बिल्डर्स, किराया, ब्याज कार्य, मांस विक्रय, गतिशील वस्तुओं का निर्माण, कृषि जमीन जायदाद क्रय विक्रय, खेल खिलाड़ी, खेल वस्तु निर्माण, होटल व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने में सहायक होते हैं।
बुध देव -:
पटवारी, संचार, यातायात, पोस्ट विभाग, कोरियर सेवा, रिसर्च शोध रिपोर्ट टाइपिस्ट, कंप्यूटर सेवा, शेयर मार्केट कार्य, कंपटीशन एजेंट, वकील, बैंक बीमा, मनोविज्ञान, लेनदेन, धनसंपदा, लेखाधिकारी, मुद्रक, स्टेशनरी, राजदूत, अकाउंटेंट, साहित्यकार, प्रोफेसर, प्राचार्य, अध्यापन, कोचिंग क्लासेज ,आमोद प्रमोद खेल सामान प्रकाशन, पर्यटन, यातायात ट्रैफिक, डिजाइनर, मैनेजमेंट, आदि कार्य में सफलता प्राप्त करने वाले होते हैं।
गुरु देव -:
उपदेशक, आचार्य, मठाधीश महंत, कथा वाचन, अध्यापन, कोचिंग क्लास, वकील, न्यायाधीश, कानून व न्याय विभाग अधिकारी, राजनेता, नायक लीडरशिप, राजनीतिज्ञ, समाज सेवक, धर्माचार्य पुजारी, परिवहन यातायात कार्य, रसायन वेता, टैक्स सलाहकार, टैक्स विभाग की सेवा कार्य, लेनदेन, सूद ब्याज, किराया, राजदूत, एमपी, एमएलए, प्रशासनिक पद विशेष नायक, नीति निर्णायक, योजना प्रदायक आदि क्षेत्र में योग कारक होते हैं।
शुक्र देव -:
राजनीति, निदेशक सेक्रेटरी, अभिनेता, सरपंच, पटवारी, चित्रकारी, दूरदर्शन, टीवी चल चित्र, सिनेमा, वीडियो, फिल्म, फोटोग्राफी, न्यायाधीश, ठेकेदारी, सुर संगीत शिक्षक, गायक, वाद्य यंत्र सामान निर्माता विक्रेता, वस्त्र बुनकर कार्य, डिजाइनर मुनीम, समाज सेवक, नाट्यकला, अभिनय फिल्म निर्माण, इनकम टैक्स, सेल टैक्स, वकील, पायलट, ड्राइवर, सोना चांदी सराफा कार्य, विदेशी मुद्रा, रेडीमेड वस्त्र व्यवसाय विशेषज्ञ, व्यापार शेयर मार्केट, सुगंध श्रृंगार वस्तु कार्य विक्रेता, फैंसी सेवा, मोबाइल सर्विस, आदि कार्य में सफलता प्रदान करते हैं।
शनि देव -:
लेखन, समाज सेवा, गाइड, निर्माता बिल्डर्, वकील, रोड निर्माण कार्य ठेकेदारी, पब्लिक सर्विस कार्य, श्रम विभाग कार्य जमीन लेनदेन, कृषि यंत्र निर्माण तथा विक्रय लोहा बिल्डिंग कार्य, विविध यंत्र मशीनरी, रेलवे ठेकेदारी, सप्लायर, मैकेनिक, विद्युत विभाग बिजली सामान, पंप मोटर गैस कार्य, उद्योग मुर्गी पालन, हाथी दांत, कोयला, पेट्रोल डीजल तथा रिफाइनरी हथकरघा इत्यादि कार्य में सफलता दिलाते हैं।
राहु केतु -:
छाया ग्रहों का प्रभाव भी जातक की जीवन शैली कार्य रचना उद्योग व्यवसाय पर प्रभावी बनता है। इनके मूल स्वभाव अनुसार विमान सेवा, विद्युत मोबाइल टेलीफोन दूरसंचार शोध प्राण रक्षक विशेष औषध निर्माण करना बनता है। यह राजनीति राजनेता बनाने में भी क्षमता रखते है। राहु केतु का जिस ग्रह से दशम भाव में संबंध बनता है। उसी के स्वभाव के अनुरूप जातक को व्यवसाय में शुभ अशुभ फल प्रदान करने वाले बन जाते हैं।
Astrologer-
aacharya kaushal Kumar Shastri
vaidik jyotish shoudh sansthan
chauth ka barwara, sawai madhopur
Rajasthan 9414657245
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