शनिदेव के अशुभ होने के संकेत

 शनिदेव के अशुभ व नैगेटिव होने के लक्षण -:

यदि शनि देव शनि देव हमारे लिए नेगेटिव स्थिति में आते हैं तो वहां वो हमें अनेक प्रकार के ऐसे नेगेटिव परिणाम देने के लिए बाध्य हो जाते हैं जिससे हमारे जीवन में अनेक प्रकार के कष्ट आने की संभावना बढ़ जाती है।  इस प्रकार शनिदेव की नेगेटिव स्थिति हमारी जीवन में बनती है तो निम्न प्रकार की परेशानियां हमारे जीवन में आना प्रारंभ हो जाती है।
१, दुर्व्यसन जैसे शराब सट्टा की हमें लत लग जाती है।

२, हमारे अनावश्यक खर्चे बढ़ जाते हैं जिस कारण से हमारी स्थिति कर्ज में डूबती चली जाती है।

३, कर्ज में डूब कर के हम हमारे पुरखों की अचल संपत्ति भी बेच कर खा जाते हैं।

४, घर परिवार में कलह व शांति का वातावरण नहीं लगता है।

५, हमारे मकान क्षतिग्रस्त होना प्रारंभ हो जाते हैं।

६, हमारा बिज़नेस एकदम ठहर सा जाता है हमें घाटे के ऊपर घाटा लगने लगता है।

७, कोर्ट कचहरी मुकदमा की स्थितियां जीवन में अधिक बढ़ जाती है।

८, घर परिवार में किसी न किसी का  बिमार रहना व दुर्घटनाओं की आशंका सदैव बनी रहती है।


९, अपने सगे संबंधी भी हम को दूर कर देते हैं।


१०, झूठे कलंक को कभी हमें सामना करना पड़ता है।


११, हम सही होने पर भी लोग हमें गलत समझ करके हमारे ऊपर अंगुलियां उठाते हैं।


१२, हम जिस किसी भी कार्य को करते हैं उसमें बीच-बीच में बहुत अधिक बाधाएं व  रुकावटों का सामना हमें करना पड़ता।
 है।

शनिदेव को पॉजिटिव करने के उपाय -:

१,शनिवार के दिन हनुमान जी के तेल का दीपक जलाएं.।
२, हनुमान चालीसा का पाठ करें।
३, शनि देव को शनिवार के दिन तेल का दीपक जलाएं।
४, शनि के निमित्त तेल व काली वस्तु का जरुरत मन व्यक्ति को दान देवें।
५, ओम शं शनिश्चराय नमः वैदिक मंत्र का जाप करें।
६, सात मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं।
७, काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
८,  मछलियों को दाना डालें।
९, नैतिक कार्य करें अनैतिक कार्य से सनी अधिक बिगड़ते हैं।



एस्ट्रोलॉजर आचार्य केके शास्त्री 
वैदिक ज्योतिष शोध संस्थान 
चौथ का बरवाड़ा सवाई माधोपुर
 राजस्थान 9414 6572 45

एस्ट्रोलॉजर आचार्य केके शास्त्री


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