25 अक्टूबर 2022 दीपावली के दिन लगेगा साल का दूसरा खंडग्रास सूर्य ग्रहण,

 
सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022

25 अक्टूबर 2022 दीपावली के दिन लगने वाले खंडग्रास सूर्यग्रहण का क्या होगा प्रभाव?


सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 

नमस्कार साथियों !
आज की चर्चा में हम 25 अक्टूबर 2022 के दिन लगने वाले खतरनाक खंडग्रास सूर्य ग्रहण के विषय में विस्तार से बताने जा रहे हैं। इस वर्ष दीपावली के दिन सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण वर्ष 2022 का दूसरा सूर्य ग्रहण है। इससे पहले अप्रैल 2022 में वर्ष 2022 का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। साथियों! अबकी बार का यह सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या मंगलवार को लग रहा है। यह ग्रहण साय 4:31 मिनट से प्रारंभ होगा जो 5:57 तक रहने वाला है। ग्रहण का मध्यकाल 5: 14 पर का होगा। इस ग्रहण का सूतक भारतीय समय अनुसार प्रातः 4:31 मिनट से प्रारंभ होगा। इस प्रकार यह सूर्य ग्रहण अबकी बार तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में घटित होने जा रहा है। अबकी बार का यह सूर्य ग्रहण  विशेष होगा क्योंकि इसी दिन तुला राशि में सूर्य शुक्र चंद्र और केतु की युति बन रही है जो कि बहुत ही घातक होती है। 



यहां दृश्य होगा सूर्य ग्रहण -

यद्यपि यह ग्रहण खंडग्रास होगा और भारत में इसको  बहुत कम जगहों पर देखा जाएगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से दक्षिण उत्तर के देशों में दृश्य होगा। इस प्रकार यह ग्रहण भारत सहित ग्रीनलैंड के पूर्व स्वीडन यूनाइटेड फ्रांस जर्मनी यमन सऊदी अरेबिया इटली ऑस्ट्रेलिया इराक ईरान पाकिस्तान अफ़गानिस्तान नेपाल भूटान आदि में खंडग्रास रूप में दृश्य होगा।

भारत के वो नगर जहां नहीं देखा जाएगा सूर्य ग्रहण -

भारत के आसाम गुवाहाटी एरिया से पूर्व के नगर एवं मणिपुर त्रिपुरा नागालैंड अरुणाचल प्रदेश आदि में यह ग्रहण दृश्य नहीं होने से यहां पर किसी प्रकार का सूतक नहीं लगेगा।

विश्व पटल पर ग्रहण का सामान्य प्रभाव -:

सूर्य ग्रहण से संसार में कल्याण धनधान्य की वृद्धि तथा उपद्रवो का नाश व प्रजा जनों को आनंद की प्राप्ति कराने वाला होगा। किंतु शासकों  को पीड़ा देने वाला होगा। सत्ताधारी पार्टियों के मंत्रियों के बीच में फूट  की स्थिति बनेगी।  कहीं जगह सत्ता परिवर्तन भी देखे जाएंगे। इसी के साथ साथ प्रचंड वायु का वेग अधिक होगा, सेना और सैनिकों को कष्ट पीड़ा बढ़ेगी। राजा और प्रजा में अधर्म दुख व क्लेश की अधिकता होगी। मित्र राष्ट्रों में दूरियां बढ़ेगी।


राशि के अनुसार सूर्य ग्रहण का प्रभाव -:

मेष -:

मेष राशि से हैं सप्तम भाव में यह सूर्य ग्रहण की घटना घटित होने वाली है। अतः अपने पार्टनर के साथ कुछ मतभेद बढ़ सकते हैं किंतु दैनिक आमदनी से जुड़े लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी। अतः मेष राशि के जातकों के लिए यह सूर्य ग्रहण सामान्य रहने वाला है। सावधानी के लिए आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ सामंजस्य बना कर के रखे।

वृषभ -:

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह सूर्य ग्रहण अच्छा सिद्ध होने वाला है क्योंकि वर्षभ राशि से यह छठे भाव में घटित होगा। अतः शत्रुओं का शमन अथवा लंबी चली आ रही बीमारियों का नाश करने वाला होगा, कर्ज से मुक्ति दिलाएगा। निश्चित रूप से वृषभ राशि के जातकों के लिए यह घटना सुखद  होगी।



मिथुन -:

मिथुन राशि के जातकों के लिए यह सूर्य ग्रह की घटना पंचम भाव में घटितठित होगी। इसलिए संतान को लेकर के कुछ परेशानियां बढ़ सकती है।  अन्य स्थितियां बिल्कुल सामान्य रहने वाली है। रिलेशनशिप में रह रहे जातक जातिकाओ के लिए प्रेम में दूरियां बढ़ सकती है। लॉटरी में आपको कुछ नुकसान होने की भी संभावना बनेगी। अतः ॐ बूम बुधाय नमः का जाप कर सकते हैं।


कर्क -:

 राशि से चतुर्थ भाव में सूर्य ग्रहण के घटना घटित हो रही है। अतः भवन वाहन प्रॉपर्टी जायदाद के मामलों में तथा माता के संबंधों में कुछ कड़वाहट व नुकसान पहुंचा सकती है । इसलिए भवन वाहन प्रॉपर्टी जायदाद से जुड़े मामलों को सोच समझकर निर्णय लेवे। ॐ सोम सोमाय नमः के बीज मंत्र का जाप करें।
इस प्रकार राशि के जातकों के लिए ग्रहण अच्छा नहीं रहने वाला है।

सिंह -:

सिंह राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण तीसरे भाव में लग रहा है। अतः सिंह राशि के जातकों के लिए शुभ फल देने वाला होगा पराक्रम में वृद्धि होगी। आप साहसी निर्णय ले सकते हैं। आपकी मेहनत के बलबूते पर आप को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है।

कन्या -:

कन्या राशि के जातकों के लिए दूसरे भाव में सूर्य ग्रहण की घटना घटित होगी। अतः आप वाणी के द्वारा विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सामान्यतः कन्या राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण सामान्य रहने वाला है।


तुला -:

तुला राशि के जातकों के लिए तुला राशि में यह ग्रहण  होने से मानसिक विकार ब्रेन संबंधी समस्याएं व शारीरिक कष्ट आ सकते हैं। अतः ओम शुं शुक्राय नमः के बीज मंत्र का जाप करें।
तुला राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण अशुभ फल देने वाला होगा।



वृश्चिक -:

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए द्वादश भाव में यह ग्रहण की घटना होगी। इसलिए वृश्चिक राशि के जातकों के लिए हॉस्पिटल के खर्चे बढ़ सकता है। अदालती मामलों में भागदौड़ बढ़ सकती है। कर्ज की स्थिति भी अब बढ़ती ही दिखाई पड़ती है। अतः आप ॐ अंग अंगारकाय नमः के बीज मंत्र का जाप करें।



धनु -:

धनु राशि से लाभ भाव में सूर्य ग्रहण होगा। अतः आमदनी में बढ़ोतरी करने वाला होगा यदि आपका पैसा रुका हुआ है तो निश्चित रूप से आपका पैसा मिल पाएगा और अन्य स्रोतों से भी आमदनीके स्रोतों में वृद्धि होती दिखाई पड़ रही है। कुल मिलाकर  धनु राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण बहुत ही अच्छा रहेगा।

मकर -:

मकर राशि से दशम भाव में सूर्य ग्रहण होगा। अतः मकर राशि के जातकों के लिए प्रमोशंस के चांस बनेगे। कार्यक्षेत्र में  प्रशंसा होगी और यदि आप अपने कार्य क्षेत्र मे बदलाव करना चाहते हैं तो इसके लिए बहुत ही सूटेबल यह समय आपके लिए बन रहा है।



कुम्भ -:

कुंभ राशि के जातकों के लिए यह घटना नवम भाव में घटित होगी। अतः कुंभ राशि के लिए यह समय सामान्य रहने वाला है भाग्य आपका साथ देगा यदि आप भाग्य के साथ-साथ मेहनत करते हैं तो अच्छी सफलता मिलने की संभावना बनती है।


मीन -:

मीन राशि के लिए अष्टम भाव में सूर्य ग्रहण हो रहा है। अतः  अनुभव प्राप्त होने वाले हैं। स्वास्थ्य  की चिंता बढ़ेगी या पुराने विवाद आपको परेशान कर सकते हैं। अदृश्य समस्याओं से प्रभावित रहा सकते   हैं। अतः ओम बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें।






एस्ट्रोलॉजर अचार्य कौशल कुमार शास्त्री
 वैदिक ज्योतिष शोध  संस्थान चौथ का बरवाड़ा
 सवाई माधोपुर राजस्थान 9414 6572 45




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