22 अप्रैल 2023 से बृहस्पति करेंगे राशि परिवर्तन, बनेगा गुरु चांडाल दोष, जानिए कैसा रहेगा रस्पति का यह परिवर्तन, मेष वृषभ मिथुन राशि के जातकों के लिए

 22 अप्रैल 2023 से बृहस्पति करेंगे राशि परिवर्तन, बनेगा राहु के साथ युति होने के कारण गुरु चांडाल दोष, जानते हैं कैसा प्रभाव होगा, मेष वृषभ मिथुन लग्न व राशी के जातकों के लिए?


बृहस्पति का राशि परिवर्तन -:

नमस्कार मित्रों

आज की ज्योतिष चर्चा के अंतर्गत हम बृहस्पति के परिवर्तन के बारे में जानेंगे। क्योंकि बृहस्पति 22 अप्रैल 2023 से अपनी मीन राशि से मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं और वहां पर वो 13 महीने रहेंगे अर्थात मई 2024 तक गोचर करेंगे। बस पति का गोचर शनि देव के बाद सबसे बड़ा लंबा गोचर होता है क्योंकि जहां शनि देव ढाई साल एक राशि में गोचर करते हैं राहु केतु 18 महीने एक राशि में रहते हैं। वही बृहस्पति 13 महीने एक राशि में गोचर करते हैं अर्थात एक राशि में 30 अंश चलने में इतना समय लगा देते हैं। जबकि अन्य ग्रह 1 महीने डेढ़ महीने में राशि परिवर्तन कर लेते है। इसलिए इन तीनों ग्रहों का गोचर बहुत महत्वपूर्ण होता है। और इनके गोचर का फल शुभ अशुभ अधिक मायने रखता है।


इस प्रकार बृहस्पति 13 महीने अब मेष राशि में गोचर करेंगे और वहां वह 13 महीने रहेंगे तो 13 महीने के इस पीरियड में वह अपने कारक फलों की वर्दी करते हैं। जिनके वो कारक होते हैं जैसे संतान सुख विवाह सुख धार्मिक प्रवृत्ति आर्थिक वृद्धि इत्यादि। किंतु इस गोचर में एक बहुत बड़ा व्यवधान भी देख रहे हैं जहां बृहस्पति देव को कुछ अड़चनें आएगी। क्योंकि बृहस्पति जैसे ही अभी अस्त अवस्था में मेष राशि में एंटर होंगे, वहां पर राहु देव पहले से विद्यमान होंगे। राहु देव के साथ यूति में आने का कारण गुरु चांडाल दोष बनेगा। ऊपर से शनि देव की तीसरी दृष्टि होगी। और यह गुरु चांडाल दोष अक्टूबर 2023 तक रहेगा। इसमें क्या होता है कि बृहसपति के ऊपर राहु का प्रभाव होगा। बृहस्पति कि जो नैसर्गिक फल है। उसमें थोड़ी कमी आती है अर्थात यूं कहें कि कुछ अड़चनों के साथ वह कार्य सिद्धि होती है। बृहस्पति जिन जिन के कारक होते हैं। उनमें कार्य सिद्धि तो प्रदान करेंगे किंतु राहु के गुरु चांडाल दोष में होने के कारण कुछ विलंबता हो सकती है किंतु एट लास्ट में परिणाम आपको पॉजिटिव ही मिलेगा। और  यह प्रॉब्लम अक्टूबर 2023 तक रहेगा। इसके बाद जैसे गुरु चांडाल दोष समाप्त होगा। बृहस्पति  देव स्वतंत्र होंगे और अपना नैसर्गिक फल देने के लिए पूरी तरह से पॉजिटिव होंगे।

तो आइए जैसा कि अभी हमने बृहस्प के कंसेप्ट को समझा। अब हम जानेंगे कर्म से की अलग-अलग लग्न व राशि के जातकों के लिए बृहस्पति के गोचर का फल कैसा रहेगा?

आज हम मुख्य रूप से मेष वृषभ व मिथुन लग्न व राशि के जातकों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।


मेष -:


मेष  लग्न और राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का यह गोचर लग्न में बनने जा रहा है। बसपति यहां पर भाग्य भाव  और द्वादश भाव के स्वामी होकर लग्न में गोचर करेंगे। भाग्येश का लग्न में अपनी मित्र राशि में बैठना और लग्न में बृहस्पति का दिक् बली हो जाना एक बहुत ही बड़ा योग होता है संयोग होता है। क्योंकि बृहस्पति लग्न में सदैव दिगवल्ली होते हैं। यहां से वह पंचम सप्तम और नवम भाव को देखेंगे। और बृहस्पति देव को एकादश भाव में बैठे सनी देव तीसरी दृष्टि से देखेंगे।
अतः यहां गुरु मेष लग्न के जातकों को संतान सुख वैवाहिक जीवन में सफलता विवाह में कुछ मतभेद है तो पॉजिटिविटी बनाएंगे। धार्मिक कृत्यों में प्रवृत्त करेंगे। भाग्य में आ रही प्रॉब्लम को समाप्त करेंगे साथ ही साथ आप के खर्चे जरूर बढ़ते हैं किंतु पॉजिटिव खर्चों में वृद्धि होगी। किंतु गुरु चांडाल दोष होने के कारण थोड़ा विलंब हो सकता है बीच-बीच में कुछ अड़चनें आ सकती है किंतु एट लास्ट आपका परिणाम सुखद होगा। प्रेम रिलेशनशिप में बन रहे जातकों का रिलेशनशिप में पॉजिटिव परिणाम मिलेंगे। यदि लव रिलेशनशिप में कोई प्रॉब्लम चल रहा है ब्रेकअप हो रहा है तो वापस से बनने का योग बनाएंगे। जिन जातकों की शादी नहीं हो पा रही है उनकी शादी के योग बनेंगे विशेष करके फीमेल के लिए शादी के अच्छे योग बनेंगे। पार्टनरशिप के बिजनेस में सफलता देंगे यदि आप कुछ नया करने की सोच रहे हैं तो आप कर सकते हैं। अक्टूबर के बाद तो पूरी तरह से पॉज़िटिव आपको मिलने लगेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह गोचर बहुत ही पॉजिटिव है।


वृषभ -:
वृष लग्न व वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर ट्वेल्थ हाउस में होगा। दशम भाव में स्थित शनि देव की तीसरी दृष्टि गुरु पर होगी। बस पति यहां से चतुर्थ भाव षष्टम भाव व अष्टम भाव को देखेंगे। वृषभ राशि में गुरु अष्टम भाव व एकादश भाव के स्वामी होते हैं। गुरु का यह गोचर वर्षभ राशि के जातकों के लिए वैसे इतना अच्छा नहीं कहा जा सकता फिर भी एवरेज अच्छा फल मिल सकेगा। इस बीच इनके खर्चे बढ़ेंगे। किंतु यह खर्चे पॉजिटिव होंगे जैसे लंबी चली आ रही बीमारी समाप्त हो सकेगी। जिसमें खर्चा जरूर होगा लेकिन बीमारी समाप्त हो सकेगी क्योंकि बृहस्पति की नवम दृष्टि अष्टम भाव पर होगी। कोर्ट कचहरी में चल रहे मुकदमे में आपकी विजय प्राप्त होगी किंतु इन्वेस्टो होगा। प्रॉपर्टी से संबंधित संडीलीलाभ प्राप्त हो सकेगा। किंतु आप अपने जन्म  से दूर रह कर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। विदेश में रह रहे लोगों के लिए प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने का अच्छा समय है। वो प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट कर पाएंगे। इस समय वृषभ राशि के जातकों का एकादश भाव जो लाभ प्राप्ति का भाव है वह पाप कर्तरी में रहेगा। जिसके चलते आमदनी तो होगी किंतु कुछ अड़चनें रह सकती है। इस प्रकार वर्षभ राशि के जातकों के लिए अच्छे फिल्मी मिलेंगे किंतु गुरु चांडाल दोष के चलते थोड़ा अक्टूबर तक अर्चना रहेगी और जैसा कि अभी मैंने आपको बताया है उनके रिकॉर्डिंग अच्छे फल आपको मिलेंगे। इसलिए इनको बस पति को पॉजिटिव करने के उपाय करने चाहिए।


मिथुन -:


मिथुन लग्न व मिथुन राशि के जातकों के लिए बस पति का गोचर एकादश भाव में होगा। मिथुन लग्न में गुरु सप्तम भाव और दशम भाव के स्वामी होते हैं। गुरु का यह गोचर एकादश भाव में घटित होने जा रहा है। यहां से उनकी पंचम दृष्टि तृतीय भाव पर सप्तम दृष्टि पंचम भाव पर और नवम दृष्टि सप्तम भाव पर होगी। शनि देव जो कि भाग्य भाव के स्वामी होते हैं उनकी तीसरी दृष्टि बसपति पर होगी। मिथुन लग्न के जातकों के लिए परिश्रम तो अधिक होगा किंतु लाभ प्राप्ति के मार्ग बनेंगे। जिन माताओं को संतान सुख प्राप्ति में विलंब बन रहा है। उन्हें संतान सुख मिलेगा। विद्यार्थी वर्गों के जातकों का पढ़ाई में मन लगेगा। लव रिलेशनशिप में आ रही परेशानियां समाप्त होगी। शेयर मार्केटिंग जैसे क्षेत्र में भी अच्छे लाभ बनेंगे। सप्तम भाव पर दृष्टि होने से विवाह योग बनेगा। मैरिज लाइफ में बन रही प्रॉब्लम समाप्त होगी। पार्टनरशिप के व्यवसाय में लाभ मिल पाएगा। डैली इवैज के बिजनेस में भी अच्छे लाभ बनेंगे। किंतु गुरु चांडाल दोष का प्रभाव होने के कारण कुछ-कुछ अड़चनें  तो आएगी किंतु ऐट लास्ट उनका परिणाम सुखद होगा। इस प्रकार कुल मिलाकर के 13 महीने का यह गोचर मिथुन लग्न में मिथुन राशि के जातकों के लिए सुखद रहेगा।



एस्ट्रो आचार्य केके शास्त्री
 वैदिक ज्योतिष शोध संस्थान
 चौथ का बरवाड़ा सवाई माधोपुर
 राजस्थान 9414 6572 45








Post a Comment

0 Comments