शेयर मार्केट से धन प्राप्ति योग

 शेयर मार्केट से धन प्राप्ति योग -:

यदि आप भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहता है इससे पहले आपको अपनी पत्रिका देख कर लेनी चाहिए। क्योंकि शेयर मार्केट एक तरफ से सट्टा होता है। इसमें आप बहुत अधिक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं तो बहुत बड़ा लॉस भी उठा सकते हैं। यदि आपका भाग्य अनुकूल हो तो आप कुछ दिनों में अरबपति करोड़पति बन सकते हैं। और भाग्य प्रतिकूल हो तो करोड़पति से रोडपति भी हो सकते हैं। शेयर मार्केट जिन लोगों को सूट होता है वह बहुत ही उन्नत मुकाम पर पहुंच जाते हैं। अतः शेयर मार्केट एक्टर से भाग्य परी डिफरेंट होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार हम पत्रिका में देख सकते हैं कि शेयर मार्केट में हम इन्वेस्ट करे तो हमारे लिए कैसा रहेगा?
आज इसी विषय को लेकर के चर्चा करने जा रहे हैं। आइए चर्चा को आगे बढ़ाते हैं और जानते हैं ऐसे कौन से योग होते हैं जो शेयर मार्केट में लाभ प्राप्ति कराते हैं।

१, शेयर मार्केट में लाभ देखने के लिए हमें हमारी पत्रिका का पंचम भाव देखना होता है।

२, पंचम भाव बलवान होना चाहिए पंचम भाव में अच्छे प्लेनेट हो और पंचम भाव का स्वामी का भी बलवान होकर अच्छे हाउस में प्लेसमेंट हो।

३, पंचम भाव के अलावा में नवम भाव को देखना होता है। क्योंकि नवम भाव हमारा भाग्य का होता है और शेयर मार्केट को भाग्य की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

४, नवम भाव के बाद आपको एकादश भाव जोकि लाभ प्राप्ति का होता है और सेकंड भाव क्योंकि धन भाव होता है। इन दोनों की भी स्टडी करनी पड़ती है।

५, इसके अलावा हमें राहु का स्थिति देखना होता जो कि सर्टेनली के कारक होते हैं।

६, यदि पंचम भाव का स्वामी और एकादश भाव के स्वामी का संबंध बन रहा हो और बहुत ही पॉजिटिव हो जैसे दोनों प्लेनेट एकादश भाव में हो अथवा पंचम भाव में हो या दोनों एक दूसरे की राशि में बैठे हो तो शेयर मार्केट में लाभार्थियों बनाता है।


६, इसी प्रकार से दूसरे भाव और पंचम भाव के स्वामी का संबंध बन रहा हो दोनों एक साथ पॉजिटिव होकर बैठे हो दोनों एक दूसरे की राशि मे विद्यमान हो,दृष्टि संबंध बन रहा हो उस कंडीशन में भी शेयर मार्केट में लाभ होता है।

७, पंचम भाव नवम भाव एकादश भाव सेकंड भाव का एक साथ सहयोग बनता है। तो यह महालाभ प्राप्ति का योग बनाता है।


८, यदि राहु पॉजिटिव हो कर के आप के पंचम भाव  सेकंड भाव लाभ भाव में होते हैं तो भी सर्टेनली धन प्राप्ति का योग बनाते हैं।


९, इस प्रकार जब भी पंचम भाव का संबंध दशा अंतर्दशा गोचर दशा में बनता है उपरोक्त भावों के साथ तो धन प्राप्ति जैसे योग बन जाता है।

१०, यदि अष्टक वर्ग मे पंचम भाव में 32 से अधिक पॉइंट मिल रहे होते हैं। उस कंडीशन में शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते हैं।

विशेष -:
अधिक जानकारी के लिए आप हम से कांटेक्ट कर सकते हैं।

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आचार्य कौशल कुमार शास्त्री
वैदिक ज्योतिष संस्थान चौथ का बरवाड़ा
सवाई माधोपुर राजस्थान













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